Saturday 24 September 2016

मेरे दिन के उजाले की शुरुआत

मेरे दिन के उजाले की शुरुआत
तुम्हारी यादों के साथ होती है
मेरे दिल की धड़कन तुम्हारी
सांसों के साथ चलती है
तुम्हारे बिना एक पल भी ज़िन्दा न रह सकेंगें हम
क्योंकि मेरी जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम

सालिहा मंसूरी

22 -8 -14 

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