Monday 10 October 2016

आंसू

आंसू भी कई तरह के होते हैं
ख़ुशी के भी ,गम के भी
पर मेरे आंसू न तो ख़ुशी के हैं
और न गम के मैनें तो इन्हें उधर माँगा है
तुम्हारी खुशियों के बदले .....

-सालिहा मंसूरी
13 .06 .15 04.45 pm 

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