थी तो वो एक लड़की
लेकिन लगता था
ख़ुदा का भेजा हुआ
फ़रिश्ता है वो
चेहरे पे थी वो चमक
जैसे हो वो चाँद का टुकड़ा
रौशन था उसका दिल
इस तरह जैसे भरा हो
उसमें मुहब्बत का रंग
- सालिहा मंसूरी
10.05.2014, 12:33 am
लेकिन लगता था
ख़ुदा का भेजा हुआ
फ़रिश्ता है वो
चेहरे पे थी वो चमक
जैसे हो वो चाँद का टुकड़ा
रौशन था उसका दिल
इस तरह जैसे भरा हो
उसमें मुहब्बत का रंग
- सालिहा मंसूरी
10.05.2014, 12:33 am
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