हर सफ़र तय करना है तुम्हें
चाहे कितनी मुश्किलें आयें
हर - दर्द को सहना है तुम्हें
चाहे कितने तूफान आयें
- सालिहा मंसूरी
23 .2.16 , 08 : 00 AM
हर सफ़र तय करना है तुम्हें
चाहे कितनी मुश्किलें आयें
हर - दर्द को सहना है तुम्हें
चाहे कितने तूफान आयें
- सालिहा मंसूरी
23 .2.16 , 08 : 00 AM
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