Saturday 16 May 2020

हर सफ़र तय करना है तुम्हें

हर सफ़र तय करना है तुम्हें
चाहे कितनी मुश्किलें आयें
हर - दर्द को सहना है तुम्हें
चाहे  कितने  तूफान  आयें

- सालिहा मंसूरी
23 .2.16 , 08 : 00 AM

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