कई शामें तेरी बातों की तन्हाईयाँ लेकर आती हैं कई रातें तेरी यादों की परछाईयाँ लेकर आती हैं कई सुबहें उम्मीदों की किरणे लेकर आती हैं
- सालिहा मंसूरी 22 .2.16 , 03 : 50 pm
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