Sunday 23 October 2016

तेरे शहर में आये थे

तेरे शहर में आये थे हम अजनबी बनकर
और लौटे हैं तुम्हारी ज़िन्दगी बनकर

 सालिहा मंसूरी

20.07.15  8:05 am 

0 comments:

Post a Comment